यातायात संचालन के लिए बनाये गये संकेत

01.   सड़क चिन्ह एवं सड़क संकेत (ROAD SIGNS & ROAD MARKINGS)

(अ) सड़क चिन्ह (त्व्।क्.ैप्ळछै)- सड़क पर अंकित सभी लाईने एवं नमूने व रंग जिनका प्रयोग सड़क पर या सड़क के किनारों पर किया जाता है वे सड़क चिन्ह कहलाते है । ये यातायात को नियंत्रित व नियोजित करने तथा सड़क उपयोग कर्ता को सतर्क व सावधान करने के उद्देश्य से बनाये जाते हैं । ये चिन्ह सड़क की भाषा को प्रदर्शित करते हैं जैसे –

1.    मध्य रेखा (CENTER LINE)  चित्र सहित

अविभाजित दोतरफा सड़क पर मध्य रेखा आने-जाने वाले यातायात को अलग करती है एवं आवागमन को आसान बनाती है। यदि रेखा लगातार है तो ओव्हर टेक करने से बचना चाहिए एवं मध्य रेखा खण्डित है तो सामने से किसी प्रकार के यान नही आ रहा हो तो ध्यानपूर्वक ओव्हरटेक करना चाहिए ।

2.         छोटी खण्डित सफेद रेखाएं (LANE MARKING LINE) – सड़क को लेन में विभाजित करने के लिए इनका प्रयोग किया जाता है वाहनों को इन लेन में ही चलना चाहिए । अत्यंत बांयी ओर की लेन में भारी वाहन व धीमी गति के वाहनों के लिए है । तथा तेज गति के वाहनों के लिए दांयी ओर की लेन है।

3.         दिशा सूचक मार्किग (DIRECTION INDICATOR MARKING) रोड पर जंक्सन / इंटरसेक्सन में लेन मार्किग किया जाता है। यातायात अधिकारी द्वारा या अन्य माध्यमों से रूकने का निर्देश प्राप्त होता है तो दांये जाने वाली यातायात के लिए दांया लेन, सीधे जाने वाली यातायात के लिए मध्य लेन में रूकना चाहिए एवं बांये जाने वाली यातायात के लिए बांया लेन का प्रयोग करना चाहिए ।

4.         जेब्रा क्रासिंग (ZEBRA CROSSING) :- चौराहों/तिराहों पर एवं अन्य ऐसे स्थानों पर जहां पैदल चलने वालों के लिए सड़क पार करने हेतु बनाया जाता है । पैदल सड़क पार करते समय जेब्रा क्रासिंग का प्रयोग करना चाहिए । 

5.         स्टॉप लाईन (STOP LINE) :- रोड पर जंक्सन/इंटरसेक्सन ( मार्ग संगम स्थल) में जेब्रा क्रासिंग के पहले स्टॉप लाईन बनाया जाता है । यदि यातायात संचालन हेतु तैनात यातायात अधिकारी द्वारा या अन्य माध्यमों से रूकने का निर्देश प्राप्त होता है तो वाहन चालकों को क्रासिंग (जेब्रा क्रासिंग) से पहले बनायी गयी स्टॉप लाईन पर रूकना चाहिए ।

6.         ऐज मार्किग (EAGG MARKING) – सड़क के किनारे पीले या सफेद कलर में रेखा बना रहता है, इसका उद्देश्य है कि सड़क के किनारे वाहन को न पार्क करना है और न ही रूकना है। यदि यही रेखा खंडित है तो वाहन रोक सकतें है, किन्तु पार्किग नही कर सकते ।

(ब) सड़क संकेत :-      (ROAD SIGNS )

01.       आदेशात्मक सड़क संकेत (MANDATORY) – यातायात को विनियोजित एवं नियंत्रित करने हेतु आदेशात्मक सड़क संकेत किसी मार्ग के किनारे बोर्ड पर प्रायः वृत्ताकार में लाल कलर में व कुछ संकेतको को नीले कलर में प्रदर्शित किया जाता है। विभिन्न प्रकार के संकेतकों का अलग-अलग महत्व है।  वाहन चालक द्वारा इस सड़क संकेत का पालन नही करने पर यातायात अवरूद्वता की स्थिति निर्मित हो सकता है एवं नियमों का उल्लघंन मानते हुए दंडित किया जा सकता है ।

( चित्र)

02.       चेतावनी सूचक सड़क संकेत (CAUTIONARY) – सड़क के किनारे वाहन चालक को दुर्घटना से बचने हेतु चेतावनी देने के लिए लाल रंग में त्रिभुजाकार आकृति बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाता है। सभी संकेतको का अलग-अलग महत्व है। वाहन चालक को इस प्रकार का सड़क संकेत दिखता है तो वाहन को धीमा कर लेना चाहिए। (चित्र)

03.       सूचनात्मक सड़क संकेत (INFORMATORY) – सड़क के किनारे यात्रियों को सूचना देने के लिए सूचनात्मक सड़क संकेत नीले रंग में आयताकार बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाता है। – ( चित्र)