सड़क के नियम

केन्द्रीय मोटर यान अधिनियम 1988 के अन्तर्गत मोटर वाहन चालक के लिए सड़क के नियम बनाये गये है । जिन्हे वाहन चालक को पालन करना अनिवार्य है ।

सड़क विनियमन विनियम – 1989

01.       संक्षिप्त नाम और प्रारंभ – (1) इस विनियमों का संक्षिप्त नाम सड़क विनियमन विनियम 1989 है।

02.       बांये रहना – किसी मोटर यान का चालक यान को सड़क की बांयी ओर इतना सटा कर चलायेगा जितना समीचीन हो और अपने सामने वाली दिशा से आने वाले समस्त यातायात को अपनी दांयी ओर से जाने देगा।

03.       दांयी ओर मुड़ना – किसी मोटर यान चालक

            (क) बायीं ओर मुंड़ते समय उस सड़क के जिससे वह मुड़ रहा है उस सड़क के जिस पर वह प्रवेश कर रहा है, अधिक से अधिक बायीं और रहकर यान चलाएगा।

            (ख) दायीं ओर मुड़ते समय उस सड़क के जिससे वह यात्रा कर रहा है, अधिक से अधिक बीच मे चलेगा और सड़क के जिस पर चलकर प्रवेश कर रहा है, अधिक से अधिक बांयी ओर पहुंच जाएगा।

04.       दांयें से आगे बढ़ना – विनियम 4 में जैसा उपबंधित है उसके सिवाय किसी मोटर यान का चालक उस दिशा में बढ़ रहे सारे यातायात की दायें ओर से होकर आगे जाएगा।

05.       बांयें ओर आगे बढ़ना – किसी मोटर यान का चालक ऐसे यान की दांयें ओर से होकर आगे जा सकेगा जिसमें चालक ने दायें ओर मुड़ने के आशय का संकेत दे दिया है वह यान सड़क के मध्य में आ चुका है और टीम गाडीं या नियत पटरी पर चलने वाले किसी अन्य यान के चाहे वह उसी दिशा में जा रहा है जिससे वह आ रही है या अन्यथा दोनो ओर से आगे जा सकेगा।

                        परन्तु किसी भी दशा में वह ट्राम गाड़ी के आगे ऐसे समय पर या ऐसे ढंग से नही निकलेगा जिससे सड़क का उपयोग करने वाले अन्य व्यक्तियों को जिनके अन्तर्गत ट्राम से उतरने और उसमें प्रवेश करने वाले व्यक्ति भी है, असुविधा या खतरा होना संभव है।

06.       कुछ मामलों में आगे निकलने का प्रतिषेध – किसी मोटर यान का चालक किसी यान से जो उस दिशा में जा रहा है, जिसमें वह जा रहा है, निम्नलिखित दशाओं में आगे नही निकलेगा।

(क) यदि उसके आगे निकलने से किसी भी दशा में बढ़ते हुए अन्य यातायात को असुविधा या खतरा संभव हो।

(ख) यदि वह किसी ऐसे स्थल, या किनारे या किसी पहाड़ी या किसी प्रकार का अन्य ऐसी बाधा के निकट है जिससे आगे की सड़क साफ-साफ नहीं दिखाई देती है।

(ग) यदि वह जानता है कि उसके पीछे आने वाले चालक ने उससे आगे निकलना प्रारंभ कर दिया है।

(घ) यदि उसके आगे के चालक ने यह संकेत नही दिया है कि वह आगे निकल सकता है।

07.       आगे निकलने में बाधा नही डालना – किसी मोटर यान का चालक उस समय जब अन्य यान उससे आगे निकलने के लिए उसके बराबर जा रहा है या उसके आगे निकल रहा हो, अपनी गति नही बढ़ायेगा या किसी भी प्रकार से ऐसा कार्य नहीं करेगा जो किसी अन्य यान को उसके आगे निकलने से रोके।

08.       सड़को के मिलने के स्थान पर सावधानी – किसी मोटर यान का चालक उस समय जब वह ऐसे स्थल के पास पहुंच रहा है जहां एक सड़क दूसरी सड़क को काटती है या जहां कई सड़के मिलती है या जहां पैदल पार पथ है, या जहां सड़क का किनारा है, यान की गति धीमी कर लेगा और उस स्थल में तब तक प्रवेश नही करेगा जब तक उसे यह पता नहीं चल जाता है कि वह वहां व्यक्तियों की सुरक्षा को खतरे में डाले बिना ऐसा कर सकता है।