1. Engineering
2. Education
3. Enforcement
1. Engineering (निर्माण) जैसे – सड़क, सड़क पर बने चैराहा /तिराहा, टर्न ठीक हो, मार्ग विभाजक, वाहनों के लिए पार्किग स्थल आदि यातायात के अनुरूप बना हो तभी आवागमन सुगम एवं सुरक्षित हो सकता है । निर्माण कार्य हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम-नगर पालिका, स्थानिय विकास प्राधिकरण आदि जिम्मेदार विभाग है ।
2. Education (शिक्षा) सड़क प्रयोग कर्ता को यातायात नियमों की जानकारी है तो विषम परिस्थितियों में भी सुगमता पूर्वक आवागमन कर सकता है । अतः स्कूल कालेज स्तर में यातायात विषयक पाठ्यक्रम लाकर नई पीढ़ी के लोगों को यातायात नियमों से संबंधित जानकारी दिया जा सकता है तथा निर्माण ईकाईयों द्वारा वैनर-पोस्टर के माध्यम से तथा सड़क पर आवश्यकतानुसार संकेतक बोर्ड लगाकर यातायात नियमों से संबंधित जानकारी दिया जा सकता है। सड़क प्रयोग कर्ता को यातायात नियमों से जानकारी देने हेतु – शिक्षा विभाग विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम-नगर पालिका, है । इसके अतिरिक्त लोगों को यातायात नियमों का पालन के प्रति जागरूक करने हेतु परिवहन विभाग एवं यातायात पुलिस विभाग द्वारा कार्यक्रम चलाया जाना चाहिए ।
3. Enforcement ( कार्यवाही ) सड़क पर कोई वाहन चालक द्वारा यातायात नियमों का जानकारी होने के बावजुद यातायात नियमों का उल्लघंन करता है तो उसका सख्ती पूर्वक वैधानिक कार्यवाही किया जावे तो यातायात सुगम व सुरक्षित हो सकता है । यह परिवहन विभाग, पुलिस विभाग का जिम्मेदारी है ।
यदि उपरोक्तानुसार व्यवस्था हो एवं सभी ईकाई अपने कार्य को जिम्मेदारी पूर्वक करे तो आवागमन सुगम एवं सुरक्षित होगा ।